येरुशलम : दुनियाँ का सबसे विवादित टुकड़ा
![]() |
येरुशलम |
येरुशलम जमीन का यह टुकड़ा दुनियाँ का सबसे विवादित टुकड़ा है। इसी टुकड़े लिए इजरायल और फिलिस्तीन में लड़ाई चल रही है और इसके लिए तीन धर्मों के लोग आपस मे मरने मारने पर उतारू रहते हैं। वे तीन धर्म हैं-
यहूदी,
मुस्लिम
ईसाई
यहूदी मान्यता- येरूशलम शहर के पुराने हिस्से में एक पहाड़ी पर आयताकार जगह है जो 35 एकड़ में फैला है। हिब्रू भाषा में इस जगह को कहते हैं- हर हबायित इसका प्रचलित नाम है टेंपल माउंट। यहूदियों का मानना है कि ईश्वर ने आदि पुरुष एडम को यहीं के मिट्टी से बनाया था और हम उन्हीं एडम के वंशज हैं। इसके अलावा यहूदियों के पैगंबर अब्राहम अपने पुत्र की बलि इसी जगह चढ़ाना वाले थे, उनके इस त्याग से ईश्वर प्रसन्न हो जाते हैं और अपने फ़रिश्ते को मेमने के साथ भेजते हैं और कहते हैं कि पुत्र के बजाय इस मेमने की बलि चढ़ाओ।
इजरायल के राजा सोलोमन ने इस जगह पर 1000 ईपू भव्य मंदिर बनवाया था और इसको कहा गया फर्स्ट टेंपल। इस मंदिर को बेबोलियन के लोगों ने नष्ट कर दिया था। बाद में 516 ईपू में यहूदियों ने फिर से मंदिर बनवाया इसे कहा गया सेकेंड टेंपल, इस टेंपल को सन 70 में रोमन्स ने तोड़ दिया था। अब वहां बचा है वेस्टर्न वाल वहीं यहूदी प्रार्थना करते हैं।
मुस्लिम मान्यता- इस्लाम के अनुसार पवित्र जगहों में से पहला स्थान है- मक्का दूसरा मदीना और तीसरा हरम-अल-शरीफ यानी वही 35 एकड़ की भूमि। कुरान के मुताबिक 621 ई की रात पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब उड़ने वाले घोड़े पर सवार होकर मक्का से येरूशलम आए और यहीं से जन्नत में चढ़े यहां उन्हें अल्लाह ने कुछ आदेश दिए। 632 ई में पैगम्बर साहब की मृत्यु के 4 साल बाद मुस्लिमों ने येरूशलम पर आक्रमण किया और इसे जीत लिया। इस जगह पर भव्य मस्जिद बनवाया गया और इसका नाम रखा गया- अल अक्सा । इस मस्जिद के सामने एक सुनहरा गुंबद है जिसे डोम आफ दी राक कहते हैं। इसी गुंबद पर चढ़ कर पैगंबर साहब जन्नत गये थे।
ईसाई मान्यता- इस्लाम के लगातार हो रहे विस्तार से चर्च नाराज हो रहा था। येरूशलम को जीतने की वजह से चर्च और भड़क उठा। ईसाई मान्यता के अनुसार इसी जगह पर ईसा मसीह ने प्रवचन दिया था और यहीं उन्हे सूली पर चढ़ाया गया था। दुबारा ईसा मसीह फिर आएंगे और येरूशलम में ही प्रगट होंगे।
0 comments:
Post a Comment